गणितीय प्रेरण का प्रयोग करके, पिछला परिणाम किसी परिमित संख्या के जोडों में आयतीय वेक्टर तक बढ़ाया जा सकता है.
2.
गणितीय प्रेरण (proof) का पहला ज्ञात प्रमाण (mathematical induction)अल-कराजी के द्वारा १००० ई. में लिखी गयी एक पुस्तक में मिलता है, जिन्होंने, इसका उपयोग द्विपद प्रमेय (binomial theorem), पास्कल के त्रिभुज (Pascal's triangle),और समाकल (integral)घनों (cubes)के योग को साबित करने के लिए किया.